Kanak Education Institute of Medical Science
Kanak Education Institute of Medical Scince is a division of Kanak Education and wealfair Organization Betul . This society is registered under the society registration act 44 of 1973 & registered as a Charitable Society by the Government of Madhya Pradesh, India
Institute for Health Training is a training division of (IIHT) Indian Institute for Health Training, Humanity Association and (IRMA) Indian Rural Medical Association (Govt. reg.). Indian Rural Medical Association (IRMA) is affiliated and recognized by (WRMA) World Rural Medical Association
Kanak Education Institute of Medical Science is an institution recognized by the All India Yoga and Nature Care Council Delhi. The Council is an autonomous institute body, which operates courses associated with Yoga and Naturopathy, which is operated in addition to India, the Council rules and Regulasion Under the Act, there is a registered institution which operates all courses operating under the Distance Education Program Shows it. This council is an authentic council of India, which issues all the registration number of Yoga and Naturopathy council.
Kanak Education Institute Betul was approved by Maharishi Valmiki National University New Delhi, in which all the courses run by the university will be run by the institute through regular and correspondence, This university has been given preference by the Government of India, which has passed the bill in the Lok Sabha and it is a free and open university Kanak Education Institute has been awarded study and examination center by this University; It will set a special direction on this side of the institute and an important direction and condition of bright future of the students.
For the purpose of strengthening medical and paramedical education, the Kanak Education Institute has done a Memorandum of Understanding (MOU) with Charak Paramedical Council of India New Delhi, in which all paramedical courses will be run by the institute. Operating in accordance with all policies and regulations We are pleased to introduce our–self as a well diversified Group having 12 years of expertise in professional and traditional courses. Moving ahead now CPCI is “National Admission And Information Center” for various education courses of “CHARAK PARAMEDICAL COUNCIL OF INDIA” New Delhi CPCI Meerut is a facilitator for establishing “Admission And Information Center” under ‘CHARAK PARAMEDICAL COUNCIL OF INDIA’ New Delhi
Kanak Institute of Professional Studies has been recognize by Madhyanchal Mukt Vidhyalay Shiksha Sansthan (MMVSS) is an Autonomous Board Registered under the Government of Madhya Pradesh, Planning Commission, Government of India and Ministry of Human Resource Development, Government of India. Madhyanchal Mukt Vidhyalay Shiksha Sansthan is accredited with International Council for Open and Distance Education (ICDE), Oslo, Norway and is accredited with ISO 9001:2015 Certification . Madhyanchal Mukt Vidhyalay Shiksha Sansthan (MMVSS) conducts the courses in non-formal mode through Open and Distance Learning. Currently Madhyanchal Mukt Vidhyalay Shiksha Sansthan conducts Elementary Education, Preparatory Programme, OBE Programme, 8th standard, Secondary Education and Higher Secondary Education.
अखिल भारतीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा परिषद्, दिल्ली योगा एण्ड नेचरोपैथी चिकित्सा पद्धति की उपयोगिता विश्व भर में मान्य
आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि वर्तमान में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा की जीवन शैली में उपयोगिता विश्व भर में मान्य है, जो दिनाे-दिन बढ़ती जा रही है । इसी उपादेयता को ध्यान में रखते हुये अखिल भारतीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा परिषद्, दिल्ली N.D./ D.N.Y.S./ M.D./ D.Y.T.T./ D.Y.Sc./ D.Y.Th./PG D.Y./ D.Y.Psy. कोर्सेज दूरस्थ - शि़क्षा (Distance Education) के माध्यम से संचालित कर रही है । परिषद् ने प्रशिक्षण एवं प्रैक्टीकल टेनिंग की व्यवस्था की है । यह सभी कोर्स चिकित्सा व्यवसाय एवं ज्ञान में सहायक है । परिषद् से रजिस्टर्ड स्नातक भारत व विदेशो में नौकरी कर रहे है ।
Maharshi Valmiki National University New Delhi
सामान्य शिक्षा प्रेमी यदा-कदा यह प्रश्न पूछा करते है Maharshi Valmiki National University New Delhi की मान्यता एवं उसकी प्रमाणिकता क्या ? उपरोक्त समस्त प्रश्नों का एक ही स्पष्ट उत्तर है कि सभी शि़क्षा बोर्ड/परिषद/काउन्सील/विश्वविद्यालय एक स्वायत्तसाशी संस्थान (Autonomous Body) है । मान्यता का प्रश्न है, यह विश्वविद्यालय स्वयं वर्तमान मे राष्ट्रीय महत्व का विश्वविद्यालय है । इस विश्वविद्यालय के सम्स्त पाठयक्रम इंदिरा गॅाधी मुक्त विश्वविद्यालय के समान है ।
CHARAK PARAMEDICAL COUNCIL OF INDIA
यह शिक्षा के वैश्वीकरण का समय है। भारतीय सरकार भी पश्चिमी देशों के पैटर्न पर शिक्षा का निजीकरण करने या गैर सरकारी संगठन को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करती है ताकि नौकरी उन्मुख पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण प्रदान करने वाले अस्पताल की आवश्यकता को पूरा किया जा सके। इस प्रकार, भारत की पैरा मेडिकल काउंसिल ने अस्पतालों, पैथोलॉजिकल और डायग्नोस्टिक लैब्स, नर्सिंग होम इत्यादि
हमारा उद्देश्य
हम आपके पास इस पत्र के माध्यम से मेडिकल कोर्स सम्बंधित संपूर्ण जानकारी भेज रहे है क्रपया इस स्वर्णिम अवसर का लाभ उठाये तथा अपने सहयोगी मित्रो भाई बंधुओ को भी इन कोर्सो में प्रवेश दिलाकर अपने साथ उनका भी भविष्य उज्जवल बनाये | यह कोर्स करने के बाद कोई भी अधिकारी आपको बोगस या झोलाछाप डॉक्टर नहीं कहेगा इन कोर्सो को करने के बाद आपको सर्टिफिकेट डिप्लोमा मार्कशीट प्रदान किये जायेगे जिससे आप हेल्थ सेंटरों में वेकन्सी निकलने पर नौकरी के लिए आवेदन करने की पात्रता रखते है |
हमारा उद्देश्य किसी भी छात्र या वैद्य - डॉक्टर को धोखा देना नहीं है हमारा उद्देश्य आपको सही तथ्यों से सर्वप्रथम अवगत कराना है या संस्था तथा कोर्सेज की मान्यता के तथा सम्बंधित कानून के सम्बन्ध में स्पस्ट जानकारी देना है या किसी को झूठे तथ्य देकर चीटिंग करके या धोखा देकर या झूठ बोलकर धन का अर्जन नहीं करना है
कानूनी रूप से चिकत्सा कार्ये वही चिक्त्सक कर सकते है जिन्होंने C.P.M.T. पास करके साढ़े पांच साल का रेगुलर कोर्स M.B.B.S. / B.A.M.S / B.H.M.S. / B.D.S.आदि कोर्स पास किये है और 10 से 60 लाख रुपए खर्च किये है , और किसी को भी आज की तारीख में चिकत्सा कार्ये करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। हमारे देश में ऐसे डॉक्टर्स की संख्या लगभग 6 लाख है जबकि अनुभवी चिकत्सकों की संख्या लगभग 50 से 60 लाख के बीच है
इस समय अनुभव आधार पर चिकित्सा कार्ये करने के लिए अनुभवी डॉक्टर्स के लिए कोई स्पस्ट कानून नहीं बनाया गया है , न तो इन्हे सरलता से प्रैक्टिस करने के लिए अनुमति दी गयी है और न ही बड़ी कठिनता से मना किया गया है , जिस किसी चिकितसक ने किसी संस्था से डिप्लोमा लेकर तथा किसी डॉक्टर के यहाँ रहकर अनुभव प्राप्त कर समाज में अपनी सेवाये देनी शुरू कर दी ,और समाज ने उसे चिकित्सक के रूप में स्वीकार कर लिया , वह ही प्रसिद्ध डॉक्टर बन गया , उसी के पास घर , गाडी , बंगला हो गया , और अब ऐसे चिकित्स्को को अपनी प्रैक्टिस और सम्मान के बचाव के लिए सरकार से रजिस्टर्ड संस्थाओ से कुछ कोर्स करने ही होंगे जिससे उनकी प्रैक्टिस और सम्मान की रक्षा हो सके , इस समय इस तरह के कुछ कोर्स किये जा सकते है
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