बारिश बना सकती है इन 5 बीमारियों का शिकार, हो जाएं सतर्क _डॉ.ललित पोटफोड़े
बारिश की वजह से व्यक्ति कई तरह के संक्रमण की चपेट में आ सकता है. ऐसे में कुछ एहतियात अपनाकर आप बरसात में होनेवाली इन बीमारियों से अपना पीछा छुड़ा सकते हैं. आइए जानते हैं आखिर क्या हैं ये बीमारियां और क्या हैं उनसे बचने के उपाय.चिलचिलाती धूप और उमस के बीच बारिश की कुछ बूंदे सिर्फ तन ही नहीं मन को भी भिगो देती हैं. बरसात का मौसम हर किसी के दिल को उल्लास से भर देता है. लेकिन अगर यही पानी की बूंदे अगर बारिश की हो तो सारा मजा किरकिरा हो जाता है. ऐसी बारिश व्यक्ति को न सिर्फ बीमार बना देती है
बारिश की वजह से व्यक्ति कई तरह के संक्रमण की चपेट में आ सकता है. ऐसे में कुछ एहतियात अपनाकर आप बरसात में होनेवाली इन बीमारियों से अपना पीछा छुड़ा सकते हैं. आइए जानते हैं आखिर क्या हैं ये बीमारियां और क्या हैं उनसे बचने के उपाय.
सर्दी-जुकाम- इसे अंग्रेजी भाषा में इनफ्लुएंजा के नाम से पहचाना जाता है. बारिश के मौसम में होने वाली यह सबसे सामान्य बीमारी है. इस मौसम में कुछ संक्रामक वायरस श्वास नली के ऊपरी हिस्से को संक्रमित करके नाक और गले को प्रभावित करते हैं. जिसकी वजह से व्यक्ति में बंद नाक, बदन दर्द, गले में खिचखिच, खांसी और बुखार जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
उपचार- अगर आप भी सर्दी जुकाम से पीड़ित हैं तो डॉक्टर से पूछकर ही कोई दवा लें. इसके अलावा जुकाम में पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ के साथ पोषक और संतुलित आहार लें. ऐसा करने से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और रोग से बचने में मदद मिलती है. इसके अलावा विटामिन सी से भरपूर फल और हरी सब्जियां आहार में शामिल करें. ये रोग संक्रमण से फैलता है तो संक्रमित व्यक्ति से भी दूर रहें.
डायरिया - बरसात के मौसम में डायरिया भी सबसे ज्यादा परेशान करता है. यह रोग जीवाणुओं के संक्रमण के कारण होता है. इसमें पेट में मरोड़ उठने के साथ दस्त लग जाते हैं. यह आम तौर पर बरसात में प्रदूषित पानी और खाद्य पदार्थों का सेवन करने से होता है. इस रोग से बतने के लिए खाने पीने की चीजों को ढंक कर रखें, पानी उबालकर व छानकर पिएं और कुछ भी खाने से पहले हाथ धोना बिल्कुल न भूलें.
फूड पॉइजनिंग: बारिश के मौसम में फूड पॉइजनिंग का भी खतरा बना रहता है. इस बीमारी में पेट में ऐंठन, मिचली, उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगती है. फूड पॉइजनिंग होने पर रोगी शरीर में कमजोरी अनुभव करने लगता है.
इलाजः इस बीमारी में शरीर के अंदर पानी की कमी होने लगती है. इस अवस्था में कच्चा आहार जैसे सलाद न खाएं. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कई बार सलाद को अच्छी तरह साफ नहीं किया गया होता या वो सही तापमान पर नहीं रखे होते हैं. ऐसे में सड़क के किनारे मिलने वाले चाट को भी खाने से बचें. उनको बाने के लिए दूषित पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है.
बारिश में होने वाले इन रोगों से बचने के उपाय-
-डायरिया जैसे रोग से बचने के लिए साफ पानी का उपयोग करें. कोशिश करें कि सिर्फ उबला हुआ पानी ही पिएं.
-घर में हर व्यक्ति अलग हैंड टॉवेल का इस्तेमाल करें. ऐसा करने से बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया आपको नुकसान नहीं पहुंचा सकेंगे.
-खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढक लें. ऐसा करने से आपके आसपास बैठे लोग संक्रमित होने से बचे रहेंगे.
- घर का बना खाना खाएं,बाहर का खाना खाने से बचें.
- हैंड सैनिटाइजरका का नियमित रूप से इस्तेमाल करें.
संकलनकर्ता _डॉ.ललित पोटफोड़े
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