सह्याद्रि पर्वत श्रंखला की सबसे ऊंची चोटी कलसूबाई ( टॉप ऑफ द महाराष्ट्र ) पर लहराया बैतूल का परचम
मैं ,चंद्रशेखर माकोड़े, सतीश बिन्झाडे अभी हाल ही में हम महाराष्ट्र के सबसे ऊंचे पर्वत पर अपना परचम लहरा कर लौटे है। हम दोनो दोस्तो ने अपने आर्टिफिशियल पैर से महाराष्ट्र के सबसे ऊंचे पर्वत सह्याद्रि पर्वत श्रंखला की सबसे ऊंची चोटी कलसूबाई ( टॉप ऑफ द महाराष्ट्र ) पर लहराया है बैतूल का परचम ।
महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी तालुका में स्थित माउंट कलसुबाई महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी है। 'महाराष्ट्र के एवरेस्ट' नाम से प्रसिद्ध इस चोटी की ऊंचाई समुद्र तल से 1646 मीटर है।
हम दोनो 716 किमी, अपनी बाइक से महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी कालसुबाई के लिए पहुंचे दिनांक 29/05/2021 दोपहर 12:15 से ट्रैकिंग की शुरुआत की और लगातार 4:30 घंटे संघर्ष के बाद कालसूबाई के शिखर पर पहुंचे तथा 2 घंटे 30 मिनट में वापस आए। इस समय पर रास्ते में अत्यधिक बारिश एवं मौसम खराब होने के कारण रुक कर एक शेड में खाना बनाया खाना और खाना खाकर पुनः वापस 716 किलोमीटर सफर के लिए निकल गए पूरा सफर करीब 60 घंटे का था।"
आइए जानते है उन्ही से की कैसा रहा उनका यह सफर और आगे उनकी क्या योजना है -
उनका का कहना है कि आप सबके आशीर्वाद की बदौलत ही इस शुरुआती उपलब्धी को पाने मे सफल रहे ! आगे उनका प्लान अब देश भर की दूसरी और ऊंची पहाड़ियों को अपने कदमो से नापते हुए उनकेकी चोटी पर परचम लहराने का है।
चंद्रशेखर माकोड़े, सतीश बिन्झाडे बताते है कि वे बैतूल जिले के दूसरे दिव्यांगों को चलने के लिए प्रेरित करना चाहते है, वे खुद भोपाल मेराथन में 5 किमी की दौड़ लगा चुके है अब जिले में मैराथन का आयोजन करवा कर उसमे भाग लेना चाहते है। ऐसे दिव्यांग जो चलना तो चाहते है लेकिन मनोबल के अभाव में चल नही पाते है उन्हें प्रेरणा दे कर चलने के लिए हौसला देना चाहते है।
हमारी ओर से आपको उज्जवल भविष्य की अनेकों अनेक शुभकामनाएं व ढेरों बधाइयां
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26-07-2021 13:11:23pm